गन्दगी
हमने पिछले ब्लॉग में आपको बताया था की बस्ती क्या होती है और यहाँ पर किस प्रकार की समस्याओ का लोग सामना करते है, आज हम उन्ही समस्याओ में से एक समस्या पर बात करेंगे और आज के ब्लॉग में हम गन्दगी पर बात करने वाले है और इसको किस प्रकार से काम किया जा सकता है इस पर भी बात करेंगे।
बस्ती में बोहोत से समस्याए होती है पर उन समस्याओ में से सबसे बड़ी समस्या गन्दगी है। इसी कारण हमने बस्ती के समस्या के भाग में "गन्दगी" के विषय को सबसे ऊपर रखा है। आज हम इस ब्लॉग में बस्ती में गन्दगी क्यू होती है और इसको किस तरीके से कम किया जा सकता है। इसी विषय में बात करेंगे।
गन्दगी क्या होती है ?
गन्दगी यानि की एक ऐसा स्थान जिसे देख कर आप को घृण्डा हो और जहा जाने में आप संकोच करे उस स्थान को गन्दगी या गन्दा स्थान कहा जाता है।
- गन्दगी यानि की एक ऐसा स्थान जहा लोगो को जाना पंसद न हो।
- जिसे देख के लोगो को मन घृण्डा हो।
- इसे कोई पसंद नहीं करता है।
- इसके पास कोई नहीं जाना चाहता है।
बस्ती और गन्दगी का रिश्ता
बस्ती और गन्दगी का एक बोहोत गैहरा रिश्ता है। क्यूकी ये हमेशा साथ-साथ रहते है। मतलब जहा बस्ती होगी वहा गन्दगी और कूड़े-कचरे जरूर होगी। ऐसा किसी सास्तरो में नहीं लिखा या जरुरी है की जहा बस्ती होगी वहा गन्दगी भी होगी। पर आपने जरूर आज तक जितनी भी बस्ती देखी होगी वहा कचरा भी जरूर देखा होगा।
बस्तियों में साफ-सफाई ना होने का मुख्य कारण लोगो का अशिक्षित होना है। लोगो का अशिक्षित होना यानी की समझ में कमी होना, यानी की कम जागरूकता।
लोगो के जागरूक ना होने के कारण लोग समझ नहीं पते की गन्दगी एक गंभीर समस्या है, और इसका निपटारा भी जरुरी है।
लोगो को गन्दगी एक गंभीर समस्या ना लगने के कारण कूड़ा-कचरा लोग अपने घरो के आस-पास ही फैंकने लगते है। कई बस्ती में कूड़ा-कचरा देख के बड़ी फैक्ट्रिया अपनी फैक्ट्रियो के कचरे उन बस्तियों में फैकना चालू कर देती है। बस्तियों के सामने सरकार दवारा कचरा घर बना दिया जाता है।
इस कचरो और गन्दगी से भले ही बस्तीवालों को कोई परेशानी ना मेहसुस होती हो पर जादारत बीमारियों का कारण ये गन्दगी ही होती है।
ना जाने कितनी बीमारिया हमेशा बस्ती में फैली होती है, जैसे - खासी-जुकाम , डेंगू , मलेरिया , सांस सम्बंधित बीमारिया और ना जाने कौन-कौन सी बीमारिया।
गन्दगी को किस प्रकार काम किया जा सकता है
गन्दगी को काम करने के कई रास्ता है जैसे-
- सावधानियाँ बरतना
- कचरो का सही तरीके से निपटारा
- लोगो को जागरूक करके
- सख्त नियम बनाके
1) सावधानियाँ बरतना - सावधानियाँ बरतने का मतलब है साफ-सफाई से रहना और सुरक्षा बरतना जैसे-
- कूड़ा कूड़े दान में डाले
- नालियों की नियमित साफ-सफाई और नालियों को ढक के रखे
- अगर जानवर गन्दगी में जाते है तो उनसे दुरी बनाए
- घरो से निकलने वाले गंदे जलो को सही दिशा दे
- घर में हमेशा कूड़ा दान होना चाहिए
- दो प्रकार के कूड़ेदान होने चाहिए एक नीला और दूसरा हरा
- हमेशा कूड़ा का चयन करके फैके नील में सूखा कचरा और हरे में गीला कचरा
- कचरे को हमेशा कूड़े वाले को दे
- प्रचार करके
- बस्तियों में साफ-सफाई से सम्बंधित कार्यकर्म करवाके ताकि लोग इसमें रूचि ले
- साफ सफाई के फायदे बता कर
4) सख्त नियम - सख्त नियम से हमारा मतलब है की लोगो को कुछ बाते माननी ही पड़ेगी और इन नियमो का पालन करना ही पड़ेगा। जैसे -
हमने इस ब्लॉग में बात किया की गन्दगी क्या होती है, और फिर बस्तियों में गन्दगी के होने का कारण और अंत में हमने बतया की इस गन्दगी को बस्ती वाले किस प्रकार से काम कर सकते है।
5 Comments
Nice written
ReplyDeleteAbsolutely correct
ReplyDeleteGood bro , keep it up .
ReplyDeleteI hope your blogging will get success
Very nice
ReplyDeleteIndian Govt Seva How To Apply Civil Defence Police Verification Form Online | Apply pcc for delhi civil defence online .
ReplyDelete